नई दिल्ली, 17 अप्रैल
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला करते हुए उस पर राजनीतिक लाभ के लिए दलितों का शोषण करने का आरोप लगाया है।
गुरुवार को एक्स पर कई पोस्ट में बसपा नेता ने कहा कि अन्य पार्टियों की तरह सपा भी दलितों को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर तनाव और हिंसा भड़काने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने एक्स पर हिंदी में पोस्ट किया, "यह सर्वविदित है कि अन्य पार्टियों की तरह सपा भी पार्टी के लोगों, खासकर दलितों को आगे करके तनाव और हिंसा का माहौल बना रही है और इसके विवादास्पद बयान, आरोप-प्रत्यारोप और कार्यक्रम आदि उनकी अति संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति प्रतीत होते हैं।" उन्होंने दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों को सपा की राजनीतिक चालों से आगाह करते हुए कहा कि पार्टी दलितों के वोट पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।
उन्होंने लिखा, "क्योंकि सपा दलितों के वोट पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। इसलिए दलितों के साथ-साथ पिछड़ा वर्ग और मुस्लिम समुदाय को भी इनके आक्रामक उकसावे में नहीं आना चाहिए और न ही इस पार्टी की राजनीतिक चालों का शिकार होना चाहिए।" बसपा प्रमुख ने कहा कि सपा को दूसरों के इतिहास पर टिप्पणी करना बंद कर देना चाहिए।
साथ ही, दूसरों के इतिहास पर टिप्पणी करने के बजाय, बेहतर होगा कि ऐसी पार्टियों से जुड़े अवसरवादी दलित अपने समाज के संतों, गुरुओं और महापुरुषों की अच्छाइयों और संघर्षों के बारे में बताएं, जिनकी वजह से ये लोग किसी लायक बने हैं।