डेंगू और जीका तथा चिकनगुनिया जैसे एडीज जनित अन्य आर्बोवायरस के बढ़ते मामलों के बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने गुरुवार को बीमारी, पीड़ा और मौतों के बोझ को कम करने के लिए एक वैश्विक योजना शुरू की।
वैश्विक रणनीतिक तैयारी, तत्परता और प्रतिक्रिया योजना (एसपीआरपी) संचरण को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई के साथ एक वैश्विक समन्वित प्रतिक्रिया को बढ़ावा देने की कोशिश करती है। यह पूरे समाज और क्षेत्रीय दृष्टिकोण के माध्यम से रोग निगरानी, प्रयोगशाला गतिविधियों, वेक्टर नियंत्रण, सामुदायिक जुड़ाव, नैदानिक प्रबंधन और अनुसंधान और विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावित देशों को सिफारिशें भी प्रदान करता है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा, "हाल के वर्षों में डेंगू और अन्य आर्बोवायरल रोगों का तेजी से प्रसार एक खतरनाक प्रवृत्ति है, जिसके लिए विभिन्न क्षेत्रों और सीमाओं के पार समन्वित प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।" WHO ने कहा कि दुनिया भर में लगभग चार अरब लोगों को अर्बोवायरस से संक्रमण का खतरा है और अनुमान है कि 2050 तक यह संख्या बढ़कर पाँच अरब हो जाएगी।
अनुमान है कि दुनिया भर में लगभग चार अरब लोग डेंगू के खतरे में हैं और यह बीमारी अब 130 से ज़्यादा देशों में स्थानिक है। 2021 से हर साल डेंगू के मामलों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है, इस साल अगस्त के अंत तक 12.3 मिलियन से ज़्यादा मामले सामने आए हैं - जो 2023 में दर्ज किए गए 6.5 मिलियन मामलों से लगभग दोगुना है।