श्री फतेहगढ़ साहिब/6 सितंबर:
(रविन्द्र सिंह ढींडसा)
बीएएसएफ केमिकल्स ने आरआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में सुरक्षा किट्स और छिड़काव के उपायों पर एक विस्तृत प्रदर्शन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के डीन, डॉ. प्रदीप कुमार चुन्नेजा द्वारा बीएएसएफ टीम का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए की गई। डीन ने बीएएसएफ केमिकल्स की कृषि सुरक्षा और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की और इस प्रकार के सहयोगों की आवश्यकता पर बल दिया, जो अकादमिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटने में सहायक होते हैं।यह आयोजन छात्रों, संकाय सदस्यों और फील्ड तकनीशियनों के लिए किया गया था, जिसका उद्देश्य कीटनाशकों के सुरक्षित उपयोग के लिए आवश्यक सुरक्षा उपकरणों और प्रक्रियाओं की समझ को बढ़ाना था। कार्यक्रम के दौरान बीएएसएफ के विशेषज्ञों ने व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) जैसे दस्ताने, मास्क, चश्मे और सुरक्षा परिधानों के महत्व पर जोर दिया। प्रतिभागियों को पीपीई के सही उपयोग और रखरखाव के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें इन उपकरणों को सही तरीके से पहनने और उतारने का व्यावहारिक अनुभव दिया गया, ताकि कीटनाशक के संपर्क से बचा जा सके। इस कार्यक्रम के दौरान छिड़काव के दौरान सुरक्षा उपायों को भी विस्तार से बताया गया। बीएएसएफ के विशेषज्ञों ने सही मौसम और समय के चयन पर जोर दिया, ताकि छिड़काव के दौरान जोखिम को कम किया जा सके। इसके अलावा, आकस्मिक संपर्क या रसायनों के फैलाव की स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन सेवाओं से संपर्क करने की जानकारी दी गई। इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी सत्र में प्रतिभागियों ने अपने सवालों का समाधान किया और वास्तविक जीवन के परिदृश्यों पर चर्चा की। उपस्थित लोगों ने इस सत्र की सराहना की और इसे उनके कार्य में प्रत्यक्ष रूप से लागू करने योग्य बताया। कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. पल्लवी घोष ने बीएएसएफ टीम को उनके अमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि इस तरह के व्यावहारिक अनुभव और ज्ञान से छात्रों और कर्मचारियों को उनके फील्ड कार्य में अत्यधिक लाभ होगा। यह आयोजन कृषि क्षेत्र में सुरक्षित और प्रभावी कीटनाशक प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो कि भविष्य में किसानों और कृषि से जुड़े सभी लोगों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगा।