नई दिल्ली, 12 सितंबर
सरकार ने गुरुवार को बताया कि इस वित्तीय वर्ष में नौ कैप्टिव और वाणिज्यिक खदानों से कोयला उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।
31 अगस्त तक, 55 कैप्टिव/वाणिज्यिक कोयला खदानें उत्पादन में हैं। कोयला मंत्रालय के बयान के अनुसार, इनमें से 33 खदानें बिजली क्षेत्र को, 12 खदानें गैर-विनियमित क्षेत्र को और 10 खदानें कोयले की बिक्री के लिए आवंटित की गई हैं।
पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में इस वर्ष अप्रैल-अगस्त की अवधि में कैप्टिव और वाणिज्यिक खदानों से कोयला उत्पादन और प्रेषण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
मंत्रालय ने कहा कि उसके प्रयासों के प्रभावशाली परिणाम मिले हैं, कोयला उत्पादन और कैप्टिव तथा वाणिज्यिक खदानों से प्रेषण दोनों में साल-दर-साल (YoY) उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
कोयला उत्पादन में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो अप्रैल-अगस्त 2023 में 50.11 मिलियन टन (एमटी) से बढ़कर चालू वित्त वर्ष में इसी अवधि के दौरान 65.99 मीट्रिक टन हो गया।
मंत्रालय ने बताया कि इसी तरह, इन खदानों से कोयला प्रेषण में भी 32 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो इस वित्तीय वर्ष में 55.70 मीट्रिक टन से बढ़कर 73.58 मीट्रिक टन हो गई।
"उत्पादन और प्रेषण दोनों में ये पर्याप्त वृद्धि मंत्रालय की पहल की प्रभावशीलता और भारत की घरेलू कोयला आपूर्ति को बढ़ाने के लिए इसकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है और ऊर्जा पर्याप्तता और आर्थिक विकास के व्यापक राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ संरेखित होती है, जिससे भारत अधिक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य के लिए तैयार होता है।" कोयला मंत्रालय ने नोट किया।