नई दिल्ली, 17 सितंबर
मंगलवार को एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का घरेलू यात्री हवाई यातायात अगस्त में 6 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) बढ़कर 13.1 मिलियन हो गया और सितंबर के लिए दैनिक यातायात रुझान सालाना आधार पर 4 प्रतिशत की मध्यम वृद्धि का संकेत देता है।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार, स्पाइसजेट की बाजार हिस्सेदारी 80 बीपीएस घटकर 2.3 प्रतिशत (माह-दर-माह) हो गई, जो मुख्य रूप से वित्तीय संकट और बढ़ी हुई ग्राउंडिंग के कारण एक नए निचले स्तर पर पहुंच गई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि घरेलू क्षेत्र में इंडिगो का दबदबा कायम है और अगस्त में इसकी बाजार हिस्सेदारी 40 बीपीएस बढ़कर 62.4 फीसदी हो गई है।
टाटा समूह की बाजार हिस्सेदारी में भी 60 बीपीएस एमओएम से 29.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई, जो एयर इंडिया और विस्तारा द्वारा क्रमशः 40 बीपीएस और 30 बीपीएस एमओएम हासिल करके 14.7 प्रतिशत और 10.3 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी तक पहुंच गई।
इंडिगो और टाटा समूह का अब 92 फीसदी भारतीय आसमान पर दबदबा है।
जहां AIX कनेक्ट ने 4.4 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 10 बीपीएस MoM की मामूली गिरावट दर्ज की, वहीं अकासा एयर ने 20 बीपीएस MoM की मामूली गिरावट दर्ज कर 4.5 प्रतिशत हासिल की।
ऑन-टाइम प्रदर्शन (ओटीपी) और रद्दीकरण में सुधार दिख रहा है और अगस्त में प्रमुख एयरलाइनों में यात्री भार कारकों (पीएलएफ) में गिरावट आई है, जिसमें स्पाइसजेट ने 930 बीपीएस की तेज मासिक गिरावट दर्ज की है।
रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त में रद्दीकरण में आसानी हुई, स्पाइसजेट ने 2.57 प्रतिशत की उच्चतम रद्दीकरण दर दर्ज की, इसके बाद AIX कनेक्ट और इंडिगो ने क्रमशः 1.38 प्रतिशत और 0.64 प्रतिशत की दर दर्ज की।
विस्तारा ने सबसे कम 0.17 प्रतिशत रद्दीकरण दर्ज किया, जबकि एयर इंडिया और अकासा एयर की रद्दीकरण दर क्रमशः 0.21 प्रतिशत और 0.19 प्रतिशत रही।