नई दिल्ली, 17 सितम्बर
सरकार ने मंगलवार को कहा कि भारत की थोक मूल्य मुद्रास्फीति अगस्त महीने में घटकर चार महीने के निचले स्तर 1.31 प्रतिशत पर आ गई, जो जुलाई में 2.04 प्रतिशत थी, क्योंकि ईंधन की कीमतें नकारात्मक हो गईं और खाद्य कीमतें नीचे चली गईं।
खाद्य सूचकांक - जिसमें प्राथमिक लेख समूह से 'खाद्य लेख' और विनिर्मित उत्पाद समूह से 'खाद्य उत्पाद' शामिल हैं - जुलाई में 195.4 (अनंतिम) से घटकर अगस्त में 193.2 हो गया।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर जुलाई में 3.55 प्रतिशत से घटकर अगस्त में 3.26 प्रतिशत हो गई।
प्राथमिक लेखों का सूचकांक जुलाई महीने के 197.6 से 1.37 प्रतिशत घटकर अगस्त में 194.9 हो गया।
जुलाई की तुलना में अगस्त में खनिजों (-2.66 प्रतिशत), कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (-1.84 प्रतिशत) और खाद्य पदार्थों की कीमतों (-1.83 प्रतिशत) में कमी आई। अगस्त में गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमत (1.65 प्रतिशत) बढ़ी।
ईंधन और बिजली के लिए WPI सूचकांक जुलाई, 2024 के 147.9 से अगस्त में 0.14 प्रतिशत बढ़कर 148.1 हो गया। बिजली की कीमत (1.59 प्रतिशत) में वृद्धि हुई जबकि खनिज तेल की कीमत (-0.32 प्रतिशत) में कमी आई। आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में कोयले की कीमत में कोई बदलाव नहीं देखा गया।
विनिर्मित उत्पादों का सूचकांक अगस्त में 0.07 प्रतिशत घटकर 141.6 हो गया, जो जुलाई में 141.7 था।