नई दिल्ली, 18 सितंबर
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, आयकर विभाग की दक्षता पिछले दशक में तेजी से बढ़ी है क्योंकि वित्तीय वर्ष (वित्त वर्ष) 2024-25 में प्रत्यक्ष कर संग्रह से रिफंड 2 लाख रुपये को पार कर गया है।
आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष (1 अप्रैल से 17 सितंबर तक) में प्रत्यक्ष कर संग्रह 9.95 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 16.12 फीसदी अधिक है.
इस दौरान टैक्स रिफंड में भी उछाल आया और यह पिछले साल की तुलना में 56.49 फीसदी बढ़कर 2.05 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) संग्रह बढ़कर 26,154 करोड़ रुपये हो गया है।
एडवांस टैक्स कलेक्शन सालाना आधार पर 22.61 फीसदी बढ़कर 4.36 लाख करोड़ रुपये हो गया है. अग्रिम व्यक्तिगत आय संग्रह में 39.22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कॉरपोरेट टैक्स में 18.17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
इस अवधि के दौरान, रिफंड सहित सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 21.48 प्रतिशत बढ़कर 12.01 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
चालू वित्त वर्ष में सरकार ने प्रत्यक्ष कर (व्यक्तिगत आयकर, कॉरपोरेट टैक्स और अन्य कर) से 22.12 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में करीब 13 फीसदी ज्यादा है.