चंडीगढ़, 24 सितंबर
भाजपा सांसद कंगना रनौत के कृषि कानून, 2020 को दोबारा लाने की बात पर आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी ने कहा कि भाजपा समाजिक तनाव पैदा करने के लिए अपने सांसदों से जानबूझकर भड़काऊ बयान दिलवा रही है। भाजपा अपने सांसदों को समाज में नफरत फैलाने वाली टूल-किट की तरह इस्तेमाल कर रही है।
मंगलवार को पार्टी मुख्यालय चंडीगढ़ में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए आप सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि काले कृषि कानूनों को वापस लाने की बात करना देश के करोड़ों किसान और 750 शहीद किसानों का अपमान है। इसपर प्रधानमंत्री मोदी जवाब देना चाहिए और अगर वह किसानों के साथ हैं तो उन्हें तुरंत अपने सांसद कंगना रनौत पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
कंग ने पीएम मोदी से सवाल करते हुए कहा कि आपने किसानों से माफी मांगकर तीनों कृषि कानून वापस लिए थे। आपने कहा था कि कानून बनाने में हमसे गलती हुई। फिर आपके सांसद इसपर उल्टा बयान क्यों दे रहे हैं? क्या आपके सांसद और आपकी पार्टी के नेता अब आपकी नहीं सुनते या आप देश के किसानो की भावनाओं को नहीं समझ रहें?
उन्होंने कहा कि कंगना रनौत अक्सर समाज में बटवारा और भाईचारा खराब करने वाला बयान देती रहती है वह किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए 750 किसानों का मजाक उड़ा रही है और प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं। उन्हें बताना चाहिए कि आपकी पार्टी और आप किस तरफ हैं?
कंग ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री मोदी पर तरस आ रहा है कि उन्होंने तीन साल पहले बयान दिया था कि मैं किसानो की भावनाओं को समझ नहीं सका। मैं उनसे माफी मांगता हूं। आज उनके उस बयान को उन्हीं की सांसद ठेंगा दिखा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा तुरंत कंगना पर कार्रवाई करे नहीं तो इसका साफ मतलब होगा कि कंगना रनौत से स्क्रिप्टेड बयानबाजी करवाई जा रही है ताकि समाज में बटवारा हो।
उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि आप कंगना पर कार्रवाई करोगे या आप भी पंजाब के भाजपा नेता हरजीत ग्रेवाल की तरह ये कहोगे कि मैं भी मजबूर हूं और वह मेरे कंट्रोल में नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब की भाजपा यूनिट का दिल्ली में न ही कोई सुनने के लिए तैयार है और न ही कोई मिलता है। भाजपा की सेंट्रल लीडरशिप के नेताओं की परवाह नहीं करती।