बेंगलुरु, 26 सितंबर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को बेंगलुरु के बाहरी इलाके में प्रतिबंधित यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) से संबंध रखने वाले एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया।
सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान गिरीश बोरा के रूप में हुई है। वह अपने परिवार के साथ कर्नाटक की राजधानी के बाहरी इलाके अनेकल के पास जिगनी औद्योगिक क्षेत्र में रह रहे थे।
कथित तौर पर उल्फा से जुड़े गिरीश बोरा के बारे में एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए असम से आई एनआईए टीम ने छापेमारी की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों ने कहा कि गिरीश बोरा ने गुवाहाटी में विभिन्न स्थानों पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाए थे और बाद में वह शहर छोड़कर चला गया था।
गिरीश बोरा अपना परिवार बेंगलुरु ले जाकर यहीं बस गए थे।
सूत्रों ने आगे बताया कि संदिग्ध आतंकवादी ने असम के गुवाहाटी में पांच स्थानों पर आईईडी लगाए थे।
मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि गिरीश बोरा अपनी वास्तविक पहचान छिपाकर एक निजी कंपनी में सुरक्षा गार्ड के रूप में शामिल हो गया।
वह नकली दस्तावेज़ तैयार करने में भी कामयाब रहा और गौतम के रूप में अपनी नई पहचान बनाई।
सूत्रों के मुताबिक, एनआईए जल्द ही गिरीश उर्फ गौतम को स्थानीय अदालत में पेश करेगी और फिर उसे असम ले जाएगी।
विकास के बाद, बेंगलुरु में अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
खुफिया एजेंसियों को बेंगलुरु में संदिग्ध और वांछित व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
जांच एजेंसियों का मानना है कि बेंगलुरु का आईटी शहर लंबे समय से राष्ट्रविरोधी तत्वों के लिए सुरक्षित ठिकाना रहा है।