भुवनेश्वर, 26 सितंबर
बेंगलुरू के सनसनीखेज महालक्ष्मी हत्याकांड में मुख्य संदिग्ध की आत्महत्या के एक दिन बाद मृतक मुक्तिरंजन रॉय के परिवार के सदस्यों ने गुरुवार को आरोप लगाया कि पीड़ित महिला महालक्ष्मी रॉय को ब्लैकमेल करती थी और उससे पैसे ऐंठती थी।
आरोपी ने कथित तौर पर आत्महत्या से पहले अपने छोटे भाई को अपराध करने और इस तरह के जघन्य कृत्य के पीछे के कारणों के बारे में बताया था।
“आत्महत्या करने से पहले वह पिछले 10 से 12 दिनों तक बरहामपुर में मेरे मेस में मेरे साथ रहा था। उसने मुझे अपराध करने के बारे में भी बताया था। रॉय के छोटे भाई ने गुरुवार को कहा, "उसने कहा कि वह (महालक्ष्मी) उसे लगातार ब्लैकमेल कर रही थी और उससे बड़ी मात्रा में पैसे और सोने के गहने भी ऐंठ चुकी थी।" उसने कहा कि परिवार के सदस्य उससे नाराज थे क्योंकि वह परिवार को कोई पैसा नहीं भेज पा रहा था। "मेरे भाई ने मुझे यह भी बताया कि महालक्ष्मी द्वारा ब्लैकमेल किए जाने के बाद उसने कम से कम 7 से 8 लाख रुपये बर्बाद कर दिए थे।
उसने सोने की एक चेन ले ली थी, जो उसके भाइयों के लिए खरीदी गई तीन अंगूठियों में से एक थी।" रॉय के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि एक बार जब रॉय केरल जा रहा था, तो महालक्ष्मी ने उसकी मोटरसाइकिल रोक ली और उसके खिलाफ अपहरण का झूठा आरोप लगाकर उसे पीटा। उन्होंने कहा, "लोगों ने उसे पीटा और पुलिस को सौंप दिया, जिन्होंने बाद में 1000 रुपये की रिश्वत लेने के बाद उसे छोड़ दिया।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महालक्ष्मी के भाइयों ने रॉय को धमकी दी थी कि अगर वह (रॉय) महालक्ष्मी के निर्देशों का पालन करने में विफल रहा तो वे उसे और उसके भाई को मार देंगे।
रॉय के छोटे भाई ने यह भी आरोप लगाया कि महालक्ष्मी के भाइयों ने रॉय को धमकी दी थी कि अगर वह (रॉय) महालक्ष्मी के निर्देशों का पालन करने में विफल रहा तो वे उसे और उसके भाई को मार देंगे। भाई ने यह भी दावा किया कि अपराध के दिन, उसका भाई कथित तौर पर महालक्ष्मी से मिलने गया था, क्योंकि उसने उसे फोन किया था। उसने कथित तौर पर रॉय और उसके भाई को जान से मारने की धमकी दी थी। इससे रॉय नाराज हो गया और गुस्से में आकर उसने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। भद्रक एसपी वरुण गुंटुपल्ली ने कहा, "जब यह पता चला कि महालक्ष्मी की हत्या का मुख्य आरोपी ओडिशा के भद्रक जिले का है, तो बेंगलुरु पुलिस की एक टीम मुक्तिरंजन रॉय को गिरफ्तार करने आई थी।
लेकिन, इससे पहले कि वे उसे पकड़ पाते, उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।" उन्होंने कहा कि रॉय ने गिरफ्तार होने के डर से आत्महत्या कर ली और अपने सुसाइड नोट में अपराध करने की बात भी कबूल की। एसपी गुंटुपल्ली ने कहा कि यह नोट आत्महत्या स्थल के पास खड़ी उसकी कार की सीट पर रखे एक बैग के अंदर एक किताब में मिला। रॉय ने बुधवार सुबह आत्महत्या करने से पहले अपनी मां को बेंगलुरु में महालक्ष्मी की हत्या के बारे में भी बताया था। उल्लेखनीय है कि बेंगलुरु में अकेली कामकाजी महिला 26 वर्षीय महालक्ष्मी की 3 सितंबर को रॉय ने हत्या कर दी थी, जिसने बाद में उसके शरीर को 50 से अधिक टुकड़ों में काट दिया और शरीर के अंगों को रेफ्रिजरेटर में भर दिया। रॉय को बुधवार की सुबह भद्रक जिले के धुसुरी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत भुइनपुर गांव में एक श्मशान घाट के पास एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया।