मुंबई, 17 अक्टूबर
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के आईपीओ को गुरुवार को अपने तीसरे और अंतिम दिन शाम 4 बजे तक 2.34 गुना अभिदान मिला, जबकि आईपीओ में योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) का हिस्सा लगभग 7 गुना अभिदान हुआ।
नवीनतम आंकड़ों (अनंतिम) के अनुसार, क्यूआईबी के लिए आरक्षित हिस्सा 6.94 गुना अभिदान हुआ, गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) का हिस्सा 0.57 गुना अभिदान हुआ, तथा खुदरा निवेशकों का हिस्सा 0.48 गुना अभिदान हुआ।
आईपीओ को दूसरे दिन 42 प्रतिशत तथा पहले दिन 18 प्रतिशत अभिदान मिला। आईपीओ का मूल्य बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।
यह आईपीओ पूरी तरह से बिक्री के लिए प्रस्ताव (ओएफएस) है। यह दो दशकों से अधिक समय में भारत में सूचीबद्ध होने वाला किसी वाहन निर्माता का पहला प्रस्ताव है। ओएफएस होने के कारण, पूरी आय प्रमोटर को जाएगी।
पब्लिक इश्यू से पहले, हुंडई मोटर इंडिया ने सोमवार को एंकर निवेशकों से 8,315 करोड़ रुपये जुटाए। कंपनी के एक बयान के अनुसार, इसने 225 एंकर निवेशकों को 1,960 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 4.24 करोड़ शेयर आवंटित किए।
हुंडई मोटर इंडिया ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में घरेलू यात्री वाहन (पीवी) बाजार में 14.6 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की, जो मारुति सुजुकी के बाद दूसरे स्थान पर है, जिसकी इस श्रेणी में 41 प्रतिशत हिस्सेदारी है। हालांकि, हुंडई मोटर इंडिया जून 2024 तक लगभग 38 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मिड-साइज़ एसयूवी सेगमेंट में वॉल्यूम के हिसाब से मार्केट लीडर है। यह अप्रैल 2021 से जून 2024 तक भारत का दूसरा सबसे बड़ा पीवी निर्यातक भी है।
वित्त वर्ष 2023-24 में, हुंडई मोटर इंडिया ने 7.77 लाख वाहन बेचे, जिनमें से 21 प्रतिशत अफ्रीका, मध्य पूर्व, यूरोप और लैटिन अमेरिका जैसे देशों को निर्यात किए गए। कंपनी के भारत में 1,366 बिक्री केंद्र और 1,550 सर्विस आउटलेट हैं। पिछले वित्त वर्ष में इसका रेवेन्यू 69,829 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी ने 6,060 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया और इसका मार्जिन करीब 13 फीसदी रहा। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में हुंडई मोटर इंडिया का रेवेन्यू 17,344 करोड़ रुपये रहा। अप्रैल से सितंबर तक कंपनी ने 1,489 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया और इसका मार्जिन 13.5 फीसदी रहा।