चेन्नई, 20 नवंबर
एक चौंकाने वाली घटना में, तमिलनाडु के तंजावुर जिले के मल्लिपट्टिनम सरकारी स्कूल में एक 26 वर्षीय शिक्षिका की एक व्यक्ति ने कक्षा में चाकू घोंपकर हत्या कर दी। शिक्षिका का विवाह प्रस्ताव उसने अस्वीकार कर दिया था।
शिक्षिका की पहचान रमानी के रूप में हुई है। वह पिछले चार महीनों से स्कूल में पढ़ा रही थी। उस पर कक्षा में उसके पूर्व प्रेमी माधनकुमार (30) ने हमला किया।
पुलिस के अनुसार, जब रमानी पढ़ा रही थी, तब माधनकुमार कक्षा में घुस आया और उसने उसकी गर्दन पर चाकू से वार कर दिया।
स्कूल स्टाफ और छात्रों द्वारा उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाने के प्रयासों के बावजूद, रमानी को मृत घोषित कर दिया गया।
रमानी और माधनकुमार दोनों एक ही गांव और समुदाय के थे, जो स्कूल के पास स्थित था।
जांच में पता चला कि माधनकुमार ने रमानी को विवाह का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उसने मना कर दिया था। इस निर्णय का उसके माता-पिता ने पुरजोर समर्थन किया था।
घटना से कुछ दिन पहले, गांव के बुजुर्गों ने माधवन कुमार को चेतावनी दी थी कि वह रमानी को अकेला छोड़ दे, क्योंकि उसने रिश्ते में अपनी अनिच्छा व्यक्त की थी।
पुलिस का मानना है कि इस अस्वीकृति ने माधवन कुमार को अपराध करने के लिए प्रेरित किया।
इस घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया है, तमिलनाडु के स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश ने इस पर दुख और सदमे का इजहार किया है। रमानी के परिवार को भेजे अपने शोक संदेश में उन्होंने अपराधी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का वादा किया है।
विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि “अक्षम” डीएमके शासन के तहत हत्याएं आम हो गई हैं, जो राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य की कानून और व्यवस्था बनाए रखने की अपनी प्राथमिक जिम्मेदारी को पूरा करने के बजाय प्रचार स्टंट पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने सीएम से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में तमिलनाडु में हत्या के कई मामले सामने आए हैं और विपक्ष ने डीएमके सरकार और अपराधों को रोकने में पुलिस की विफलता के खिलाफ जोरदार तरीके से आवाज उठाई है।