नई दिल्ली, 21 नवंबर
जबकि देखभाल की भूमिकाएं अक्सर महिलाओं की नींद पर असर डालती हैं, गुरुवार को एक नए अध्ययन से पता चला है कि महिलाएं कम क्यों सोती हैं, इसमें जैविक कारक भी भूमिका निभा सकते हैं।
साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि महिलाएं कम सोती हैं और अधिक बार जागती हैं। उन्हें पुरुषों की तुलना में कम आरामदेह नींद भी मिलती है।
चूहों पर किए गए प्रयोगों पर आधारित निष्कर्ष इस बात पर नई रोशनी डालते हैं कि पुरुषों और महिलाओं में नींद के अंतर के पीछे क्या कारण हो सकते हैं।
अमेरिका के बोल्डर में कोलोराडो विश्वविद्यालय में इंटीग्रेटिव फिजियोलॉजी के सहायक प्रोफेसर राचेल रोवे ने कहा, "मनुष्यों में, पुरुषों और महिलाओं में नींद के पैटर्न अलग-अलग होते हैं, जो अक्सर जीवनशैली कारकों और देखभाल करने वाली भूमिकाओं के कारण होता है।"
रोवे ने कहा, "हमारे नतीजे बताते हैं कि नींद के इन अंतरों को बढ़ाने में जैविक कारक पहले से पहचाने गए की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।"