नई दिल्ली, 28 नवंबर
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को घोषणा की कि वह 4 दिसंबर को सूर्य का अत्यधिक सटीकता से निरीक्षण करने के लिए यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) प्रोबा-3 लॉन्च करेगा।
प्रोबा-3, जिसका उद्देश्य सौर रिम के करीब सूर्य के धुंधले कोरोना का अध्ययन करना है, को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शाम 4.08 बजे इसरो द्वारा संचालित पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट पर लॉन्च किया जाएगा।
“PSLV-C59/PROBA-03 मिशन 4 दिसंबर 2024, 16:08 IST पर SDSC SHAR, श्रीहरिकोटा से उड़ान भरने के लिए तैयार है!” इसरो ने एक्स पर एक पोस्ट में साझा किया।
पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट दो उपग्रहों को ले जाएगा जो एक साथ मिलकर 144 मीटर लंबा उपकरण बनाएंगे जिसे सोलर कोरोनोग्राफ के नाम से जाना जाएगा। इससे वैज्ञानिकों को सूर्य के कोरोना का अध्ययन करने में मदद मिलेगी जिसका निरीक्षण सौर डिस्क की चमक के कारण करना मुश्किल है।
जुड़वां उपग्रहों को अत्यधिक अण्डाकार कक्षा में ले जाया जाएगा, जिससे यह जोड़ा पृथ्वी से 60,000 किमी तक पहुंच सकेगा और प्रत्येक कक्षा के दौरान 600 किमी के करीब उतर सकेगा।
उच्च-ऊंचाई वाली कक्षा उपग्रहों को चरम ऊंचाई पर लगभग छह घंटे तक उड़ान भरने में मदद करेगी, जहां पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण प्रभाव कम हो जाता है, प्रणोदक की खपत कम हो जाती है और इष्टतम स्थिति नियंत्रण की अनुमति मिलती है।