मुंबई, 11 दिसंबर
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को बुधवार को क्रांतिकारी आईबूस्टर ग्रीन प्रोपल्शन सिस्टम मिल गया।
विशेष रूप से 100-500 किलोग्राम उपग्रहों के लिए डिज़ाइन किया गया, iBooster सिस्टम मुंबई स्थित डीप-टेक स्टार्टअप मनस्तु स्पेस टेक्नोलॉजीज द्वारा विकसित किया गया था। यह कक्षा उत्थान, स्टेशन-कीपिंग और डीऑर्बिटिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों की सुविधा प्रदान करता है।
सिस्टम का मालिकाना हाइड्रोजन पेरोक्साइड-आधारित ईंधन पारंपरिक जहरीले ईंधन और अन्य अत्यधिक महंगे वैकल्पिक ईंधन की तुलना में बेहतर प्रदर्शन, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करता है।
यह मील का पत्थर डीआरडीओ के प्रौद्योगिकी विकास कोष (टीडीएफ) द्वारा समर्थित चार साल के व्यापक अनुसंधान और विकास की परिणति का प्रतीक है, और राष्ट्रीय रक्षा और अंतरिक्ष क्षमताओं को आगे बढ़ाने में भारतीय स्टार्टअप की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
मालिकाना नवाचारों में हाइड्रोजन पेरोक्साइड-आधारित ईंधन, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल शामिल है; दक्षता और परिशुद्धता के लिए एक अनुकूलित थ्रस्टर डिज़ाइन; और एक उच्च तापमान उत्प्रेरक, जो अंतरिक्ष में निर्बाध प्रज्वलन और सहनशक्ति सुनिश्चित करता है।