मुंबई, 31 दिसंबर
भारतीय शेयर बाजार के लिए साल 2024 ऐतिहासिक साल रहा है, क्योंकि मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मार्केट कैप 31 दिसंबर, 2024 तक सालाना आधार पर 21 फीसदी बढ़कर 438.9 लाख करोड़ रुपये (5.13 ट्रिलियन डॉलर) हो गया, जो 29 दिसंबर, 2023 को 361.05 लाख करोड़ रुपये (4.34 ट्रिलियन डॉलर) था।
2024 में एनएसई पर कुल 301 कंपनियां लिस्ट हुई हैं।
इनमें से 90 मेनबोर्ड और 178 एसएमई कंपनियां थीं। वहीं, 33 कंपनियां सीधे लिस्ट हुई हैं।
2024 में 90 मेनबोर्ड कंपनियों के आईपीओ आए। इन सभी कंपनियों ने कुल 1.59 लाख करोड़ रुपये जुटाए। मेनबोर्ड कंपनियों में औसत आईपीओ का आकार 1,772 करोड़ रुपये था। इस साल का सबसे बड़ा आईपीओ हुंडई मोटर इंडिया ने 27,859 करोड़ रुपये के इश्यू साइज के साथ लॉन्च किया। 72 करोड़ रुपये का सबसे छोटा आईपीओ विभोर स्टील ट्यूब्स ने लॉन्च किया। इस साल 178 एसएमई कंपनियों ने आईपीओ के जरिए 7,348 करोड़ रुपये जुटाए। एसएमई आईपीओ का औसत आकार 41 करोड़ रुपये था। सबसे बड़ा एसएमई आईपीओ डेनिश पावर ने 198 करोड़ रुपये के इश्यू साइज के साथ लॉन्च किया। साल का सबसे छोटा एसएमई आईपीओ एचओएसी फूड्स इंडिया लिमिटेड ने 6 करोड़ रुपये के इश्यू साइज के साथ लॉन्च किया। 2024 में निफ्टी 50 में सालाना आधार पर 8.8 फीसदी की उछाल आई। 31 दिसंबर 2024 को एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स 23,645 पर बंद हुआ, जबकि 29 दिसंबर 2023 को यह 21,731 पर बंद हुआ था।
एनएसई इंडेक्स में निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स ने सबसे ज्यादा 27.4 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 50 और निफ्टी मिडकेयर 50 ने क्रमश: 25.3 फीसदी और 21.5 फीसदी का रिटर्न दिया है।
एनएसई का मार्केट कैप टू जीडीपी अनुपात 31 दिसंबर 2024 को 145 फीसदी था, जो 29 दिसंबर 2023 को 117 फीसदी था, यानी 29 फीसदी की बढ़ोतरी।