जम्मू, 30 जनवरी
सेना ने कहा कि सतर्क सैनिकों ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के खारी करमारा इलाके में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवादी गतिविधि का पता लगाया, जिसके बाद सैनिकों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई और अभी भी जारी है।
नगरोटा मुख्यालय वाली व्हाइट नाइट कोर ने अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट हैंडल पर कहा, "नियंत्रण रेखा के पास पुंछ सेक्टर में आतंकवादी गतिविधि का पता चला। सतर्क सैनिकों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई। अभियान जारी है।"
रक्षा सूत्रों ने बताया कि इस मुठभेड़ में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं, लेकिन आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
सुरक्षा बल आंतरिक इलाकों में कड़ी निगरानी रख रहे हैं, जबकि सेना नियंत्रण रेखा पर चौबीसों घंटे निगरानी रख रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में शांति और सौहार्द बिगाड़ने के लिए नियंत्रण रेखा के भारतीय हिस्से में घुसपैठ न कर सकें।
बुधवार को सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के जमीनी कार्यकर्ताओं (ओजीडब्ल्यू) का पता लगाने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत राजौरी जिले में 25 स्थानों पर बड़े पैमाने पर तलाशी ली। स्थानीय लोगों द्वारा कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद आज डोडा जिले में भी संयुक्त बलों द्वारा तलाशी शुरू की गई।
पिछले वर्ष की अंतिम तिमाही में आतंकवादियों द्वारा किए गए कुछ कायराना हमलों के बाद सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों की आक्रामक तलाश के अलावा कड़ी सतर्कता बरती जा रही है।
20 अक्टूबर 2024 को आतंकवादियों ने गंदेरबल जिले के गगनगीर इलाके में एक बुनियादी ढांचा कंपनी के छह गैर-स्थानीय श्रमिकों और एक स्थानीय डॉक्टर सहित सात लोगों की हत्या कर दी थी। पिछले साल 24 अक्टूबर को आतंकवादियों ने गुलमर्ग के बोटापथरी इलाके में सेना के एक वाहन पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें तीन सैनिक और दो नागरिक कुली मारे गए थे। पिछले साल 2 नवंबर को आतंकवादियों ने श्रीनगर में पर्यटक स्वागत केंद्र (टीआरसी) के पास व्यस्त रविवार बाजार में ग्रेनेड फेंका था। इस ग्रेनेड हमले में तीन बच्चों की 42 वर्षीय मां की मौत हो गई तथा 11 अन्य नागरिक घायल हो गए।