लॉस एंजिल्स, 26 अप्रैल
अमेरिका में इस साल अब तक खसरे के 884 पुष्ट मामले सामने आए हैं, जो पिछले साल की तुलना में काफ़ी ज़्यादा है, यह जानकारी अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों से मिली है।
अब तक 2025 में देशभर में खसरे के 11 मामले सामने आए हैं। सीडीसी के अनुसार प्रकोप का मतलब है तीन या उससे ज़्यादा मामले। अमेरिका के 30 क्षेत्रों में खसरे के पुष्ट मामले सामने आए हैं, जिनमें से 94 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और तीन लोगों की मौत इस बीमारी के कारण हुई है।
इस साल खसरे के मामलों की संख्या 2024 की तुलना में काफ़ी ज़्यादा है, जब देश में खसरे के कुल 285 मामले सामने आए थे।
सीडीसी इस बात पर ज़ोर देता है कि खसरे से बचाव का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण है। समाचार एजेंसी ने बताया कि एमएमआर (खसरा, कण्ठमाला, रूबेला) वैक्सीन की दो खुराकें इस बीमारी से बचाव में काफ़ी कारगर हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, खसरा एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है जो श्वसन बूंदों और सीधे संपर्क से फैलती है। संक्रमित व्यक्ति के सांस लेने, खांसने या छींकने से खसरा आसानी से फैलता है। यह गंभीर बीमारी, जटिलताओं और यहां तक कि मौत का कारण बन सकता है।
खसरा किसी को भी हो सकता है लेकिन बच्चों में यह सबसे आम है।
खसरा श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है और फिर पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, नाक बहना और पूरे शरीर पर दाने शामिल हैं।