गुरुग्राम, 29 अप्रैल
गुरुग्राम जिला प्रशासन शहर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए एक्शन मोड में है, अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
लोगों को राहत प्रदान करने के लिए नगर निगम गुरुग्राम (एमसीजी), भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा किए गए प्रबंधों का जायजा लेने के लिए गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर अजय कुमार ने जलभराव के महत्वपूर्ण बिंदुओं का दौरा किया और जल निकासी से संबंधित कार्यों का निरीक्षण किया।
इस दौरान एमसीजी और जीएमडीए के अधिकारी भी मौजूद रहे।
उपायुक्त कुमार ने निरीक्षण के दौरान एंबियंस मॉल, शंकर चौक, सिकंदरपुर, शिव नादर स्कूल, एआईटी चौक, सेक्टर 52, 56, 46, 47, 57, सुशांत लोक, आर्टेमिस रोड और मेफील्ड गार्डन का दौरा किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे शहर में उन स्थानों पर इस बार मानसून से पहले सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी कर लें, जहां पिछले मानसून के दौरान अधिक जलभराव हुआ था।
उपायुक्त ने एनएचएआई के अधिकारियों को अंडरपास में प्रवेश करने से पहले ब्रेकर बनाने के साथ-साथ यहां उच्च क्षमता वाले वाटर पंप लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि गुरुग्राम की सीमा में राष्ट्रीय राजमार्ग के नीचे बनी सभी पुलियाओं और आस-पास के नालों की सफाई सुनिश्चित करें ताकि बरसात का पानी आसानी से मुख्य नाले में जा सके। इसके साथ ही एनएचएआई के अधिकारियों को अपने कार्य क्षेत्र में बरसात के पानी की निकासी की व्यवस्था में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए। एनएचएआई के अधिकारियों ने उपायुक्त को बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में लोगों द्वारा सतही नालों में कूड़ा फेंकने के कारण यहां नालियां जाम हो जाती हैं जो एक बड़ी समस्या है।
उपरोक्त समस्या का संज्ञान लेते हुए कुमार ने नगर निगम के अधिकारियों को एनएचएआई द्वारा बताए गए ऐसे चिन्हित स्थानों पर बड़े कूड़ेदान रखने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी जागरूक करने को कहा कि वे कूड़ा उन्हीं कूड़ेदानों में डालें। उपायुक्त ने कहा कि वे जल्द ही नरसिंहपुर, हीरो होंडा चौक का दौरा करेंगे और वहां चल रहे कार्यों का जायजा लेंगे। यह मुद्दा भी उठा कि नगर निगम के विभिन्न सेक्टरों में ड्रेनेज व सीवरेज नेटवर्क की समुचित सफाई न होने के कारण बरसात का पानी ओवरफ्लो होकर जलभराव की समस्या पैदा करता है। उपायुक्त कुमार ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ऐसे सभी सेक्टरों की पहचान करें तथा यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित समयावधि में पूरे ड्रेनेज व सीवरेज नेटवर्क की सफाई हो जाए। निरीक्षण के दौरान जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह ने उपायुक्त को एंबियंस मॉल के सामने उद्योग विहार से सटे हरियाणा पर्यटन विभाग से संबंधित क्षेत्र के बारे में बताया तथा बताया कि यहां कुछ चिन्हित स्थानों पर अवैध रूप से निर्माण व तोड़फोड़ का कचरा डाला जा रहा है। इसके कारण इस स्थान पर प्राकृतिक जलस्रोत प्रभावित हुए हैं। उपायुक्त ने बताया कि जल्द ही जीएमडीए द्वारा इस स्थान पर मशीनों के माध्यम से तालाब क्षेत्र की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। इससे उद्योग विहार, सूर्या विहार व ढुंडाहेड़ा गांव का पानी यहां डायवर्ट किया जा सकेगा।
सिकंदरपुर में प्रथम चरण के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यहां सफाई का कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर नाले के ऊपर खुली जगह है, जिसे प्राथमिकता के आधार पर ढका जा रहा है। शिव नादर स्कूल के पास किए गए प्रबंधों की जानकारी देते हुए जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि अरावली क्षेत्र में जीएमडीए द्वारा जगह-जगह चेक डैम बनाए गए हैं। इससे बरसात के मौसम में शहर की ओर पानी की गति कम हो जाती है, इस प्रक्रिया से जल स्तर को रिचार्ज करने में भी मदद मिलती है। बंजारा मार्केट के पास चल रहे नाले के काम के बारे में उन्होंने कहा कि यह काम एक सप्ताह में पूरा हो जाएगा। इसके अलावा चूंकि यह लोलाइन क्षेत्र है, इसलिए कुछ चिन्हित सोसायटियों में पानी की निकासी के लिए अतिरिक्त पंपों की व्यवस्था भी की जा रही है।