चेन्नई, 12 दिसंबर
तमिलनाडु वन विभाग ने एक सार्वजनिक सलाह जारी कर कोयंबटूर जिले के वालपराई में जंगल के पास के निवासियों से आग्रह किया है कि वे जंगली हाथियों के मानव आवासों में भटकने से बढ़ते खतरे के कारण रात में बाहर निकलने से बचें।
सोमवार को 17 सदस्यीय झुंड से अलग हुए तीन हाथियों ने वालपराई में मानव बस्तियों पर हमला कर दिया, जिससे कई लोग घायल हो गए, जिसके बाद वन अधिकारी क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं।
हमलों में चार लोगों के हाथ और पैर टूट गए और उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह घटना कुछ महीने पहले 18 वर्षीय एस. मुकेश की मौत के बाद हुई है। वालपराई के पास पुथुकड़ के निवासी मुकेश पर एक जंगली हाथी ने उस समय जानलेवा हमला कर दिया जब वह शोलेयार बांध की ओर जाते समय एस्टेट रोड से दोपहिया वाहन पर यात्रा कर रहा था।
वालपराई जनरल अस्पताल ले जाने के बावजूद, वहां पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मुकेश की मौत वालपराई के पास अनामलाई टाइगर रिजर्व (एटीआर) में एक आदिवासी व्यक्ति रवि को एक जंगली हाथी द्वारा कुचल दिए जाने के कुछ ही दिनों बाद हुई थी।