चंडीगढ़, 4 जनवरी
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को सभी उपायुक्तों को शासन और सार्वजनिक सेवा वितरण को बेहतर बनाने के लिए साप्ताहिक समन्वय बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सीधे जन सहभागिता पर जोर देते हुए उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों से कहा कि वे जन शिकायतों के समाधान के लिए महीने में एक बार गांवों में रात्रि विश्राम करें।
मुख्यमंत्री ने रात्रि विश्राम के निर्देशों का सख्ती से पालन करने और उपायुक्तों तथा पुलिस अधीक्षकों द्वारा नियमित दौरे करने के महत्व को दोहराया, ताकि जनता का विश्वास कायम हो और कानून प्रवर्तन में सुधार हो। उन्होंने कहा कि साप्ताहिक समन्वय बैठकों का उद्देश्य कानून और व्यवस्था को मजबूत करना, नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटना और सकारात्मक सार्वजनिक सहभागिता को बढ़ावा देना है, जिसमें पुलिस अधीक्षक या पुलिस उपायुक्त, उप-मंडल मजिस्ट्रेट, पुलिस उपाधीक्षक और जेल अधीक्षकों की भागीदारी शामिल होगी।
आधिकारिक बयान में कहा गया कि इन बैठकों का प्राथमिक उद्देश्य प्रभावी कानून और व्यवस्था प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच संचार और तालमेल को बढ़ाना है। वे मादक पदार्थों की तस्करी और मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने, जन शिकायतों के समाधान में तेजी लाने और सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार के लिए रणनीतियों की समीक्षा और परिशोधन पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए, उपायुक्तों को विचार-विमर्श का दस्तावेजीकरण करने और मुख्य सचिव के कार्यालय को मासिक रूप से एक संक्षिप्त रिपोर्ट cs.coordinate@hry.nic.in पर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
साप्ताहिक बैठकों के अलावा, मुख्यमंत्री ने प्रत्यक्ष सार्वजनिक जुड़ाव के महत्व पर जोर दिया। जिला अधिकारियों को जमीनी स्तर पर जन शिकायतों को दूर करने के लिए कम से कम महीने में एक बार गांवों में रात्रि विश्राम करने का निर्देश दिया गया है। सीएम सैनी ने जनता का विश्वास बनाने और कानून प्रवर्तन में सुधार के लिए रात्रि विश्राम और पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों द्वारा नियमित दौरे के संबंध में पहले के निर्देशों का सख्ती से अनुपालन करने के महत्व को दोहराया। जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए, उपायुक्तों को विचार-विमर्श का दस्तावेजीकरण करने और मुख्य सचिव के कार्यालय को मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।