नई दिल्ली, 31 मार्च
दक्षिण कोरिया में शोधकर्ताओं की एक टीम ने एक नया कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)-आधारित एल्गोरिदम विकसित किया है जो हृदय संबंधी घटनाओं और हृदय से संबंधित मृत्यु के जोखिम की भविष्यवाणी करने के लिए इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफ़ (ECG)2 डेटा का उपयोग करता है।
एल्गोरिदम बनाने के लिए, इन्हा यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल की टीम ने लगभग आधे मिलियन मामलों से लिए गए मानक 12-लीड इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफ़ (ECG)2 डेटा का विश्लेषण किया।
यह नया एल्गोरिदम हृदय की जैविक आयु की भविष्यवाणी करके हृदय संबंधी घटनाओं और मृत्यु दर के सबसे अधिक जोखिम वाले लोगों की पहचान कर सकता है, जो हृदय के कार्य करने के तरीके पर आधारित है।
उदाहरण के लिए, 50 वर्ष की आयु वाले लेकिन खराब हृदय स्वास्थ्य वाले व्यक्ति की जैविक हृदय आयु 60 वर्ष हो सकती है, जबकि 50 वर्ष की आयु वाले और इष्टतम हृदय स्वास्थ्य वाले व्यक्ति की जैविक हृदय आयु 40 वर्ष हो सकती है।
इन्हा यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में एसोसिएट प्रोफेसर योंग-सू बेक ने कहा, "हमारे शोध से पता चला है कि जब हृदय की जैविक आयु उसकी कालानुक्रमिक आयु से सात वर्ष अधिक हो जाती है, तो सभी कारणों से होने वाली मृत्यु और प्रमुख प्रतिकूल हृदय संबंधी घटनाओं का जोखिम तेजी से बढ़ जाता है।"
बेक ने कहा, "इसके विपरीत, यदि एल्गोरिदम ने जैविक हृदय को कालानुक्रमिक आयु से सात वर्ष कम उम्र का अनुमान लगाया, तो इससे मृत्यु और प्रमुख प्रतिकूल हृदय संबंधी घटनाओं का जोखिम कम हो गया।"