गुरुग्राम, 12 अप्रैल
गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 35.69 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी के आरोप में एक बैंक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
इस शिकायत के आधार पर गुरुग्राम साइबर क्राइम (ईस्ट) थाने में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
जांच के दौरान साइबर क्राइम (ईस्ट) थाने के प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की पहचान फरीदाबाद के शिव दुर्गा विहार निवासी आयुष्मान के रूप में हुई।
जांच के दौरान पता चला कि उक्त आरोपी आयुष्मान इंडसइंड बैंक का कर्मचारी है और उसने फर्जी फर्म दिखाकर बैंक खाता खुलवाया था, जिसमें शिकायतकर्ता से ठगे गए 1.21 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया, "आरोपी बैंक कर्मचारी को बैंक खाता खोलने के लिए 20,000 रुपये मिलते थे और वह पैसे के बदले बैंक में खाते खोलता था। इस मामले में एक अन्य बैंक कर्मचारी हरिंदर भाटी को नवंबर 2024 में ही गिरफ्तार किया जा चुका है।" उन्होंने कहा, "हमने लोगों से ऐसे संदिग्ध कॉल करने वालों से दूर रहने की अपील की है और ऑनलाइन उनका पीछा करने वाले अजनबियों के साथ व्यक्तिगत विवरण साझा करने में सावधानी बरतने की सलाह दी है।" उन्होंने कहा, "अभी तक गुरुग्राम पुलिस ने विभिन्न बैंकों के 32 बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर साइबर धोखाधड़ी में शामिल थे।" इसके अलावा, हाल ही में पुलिस के आंकड़ों से पता चला है कि जिला पुलिस को 2024 के पहले तीन महीनों के दौरान साइबर अपराध से संबंधित 9,891 शिकायतें मिली हैं। 2025 के पहले तीन महीनों में साइबर अपराध/धोखाधड़ी से संबंधित कुल 9,675 शिकायतें प्राप्त हुईं। इसी प्रकार, साइबर धोखाधड़ी के संबंध में, उपरोक्त समयावधि के दौरान वर्ष 2024 में 298 मामले दर्ज किए गए, तथा वर्ष 2025 में 420 मामले दर्ज किए गए हैं। इसी प्रकार, वर्ष 2024 के प्रथम तीन महीनों के दौरान साइबर अपराधियों द्वारा कुल 118.87 करोड़ रुपये की ठगी की गई, तथा वर्ष 2025 में कुल 65.34 करोड़ रुपये की ठगी की गई।