नई दिल्ली, 21 अप्रैल
भारत के रक्षा निर्यात को महत्वपूर्ण बढ़ावा देते हुए ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली की बैटरियों की दूसरी खेप फिलीपींस भेजी गई है।
पहली बैटरी अप्रैल 2024 में भारतीय वायुसेना के विमान में भेजी गई थी, जिसमें नागरिक विमान एजेंसियों से सहायता मिली थी।
सूत्रों का हवाला देते हुए कई रिपोर्टों के अनुसार, भारी भार को ले जाने वाली लंबी दूरी की उड़ान छह घंटे की बिना रुके यात्रा थी, इससे पहले कि उपकरण फिलीपींस के पश्चिमी हिस्सों में पहुँचे।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की आपूर्ति के लिए फिलीपींस के साथ सौदे की घोषणा जनवरी 2022 में की गई थी।
फिलीपींस को मिसाइल प्रणाली के लिए तीन बैटरियाँ मिलेंगी, जिसकी रेंज 290 किलोमीटर है और इसकी गति 2.8 मैक (लगभग 3,400 किलोमीटर, ध्वनि की गति से तीन गुना) है। ब्रह्मोस मिसाइल को पनडुब्बी, जहाज, विमान या जमीन से लॉन्च किया जा सकता है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार, भारत का लक्ष्य वर्ष 2029 तक 3 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण बनाना है। भारत में रक्षा उत्पादन 2014 में 40,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.27 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। मंत्री के अनुसार, "इस वर्ष रक्षा उत्पादन 1.60 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाना चाहिए, जबकि हमारा लक्ष्य वर्ष 2029 तक 3 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण बनाना है।" देश आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा और एक रक्षा औद्योगिक परिसर बनाएगा जो न केवल भारत की जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि रक्षा निर्यात की क्षमता को भी मजबूत करेगा।