नंगल, 22 अक्टूबर
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि राज्य शिक्षा क्षेत्र में क्रांति की दहलीज पर है, क्योंकि सरकारी स्कूलों में लगभग 27 लाख अभिभावक मेगा अभिभावक-शिक्षक बैठकों (पीटीएम) में भाग ले रहे हैं।
यहां आयोजित पीटीएम के दौरान स्कूल ऑफ एमिनेंस के दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि यह पीटीएम हो रही है। "लगभग 27 लाख अभिभावक अपने बच्चों को दी जा रही पढ़ाई, माहौल, पाठ्यक्रम और अन्य चीजों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।"
मान ने कहा कि इससे शिक्षकों को स्कूलों में छात्रों के प्रदर्शन के बारे में बताने का अवसर भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक आदर्श बदलाव है, क्योंकि पहले निजी स्कूलों में इस तरह की पीटीएम नियमित रूप से होती थी, लेकिन सरकारी स्कूलों में यह नहीं होती थी। "यह छात्रों की भलाई के लिए यहां अपनाई जा रही शिक्षा की सर्वोत्तम प्रथाओं में से एक है।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पांच दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए 202 प्रधानाचार्यों और शिक्षा अधिकारियों के छह बैचों को सिंगापुर भेजा है। इसी तरह, उन्होंने कहा कि 72 प्राथमिक शिक्षकों का एक बैच शुक्रवार को पेशेवर प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड की यात्रा पर रवाना हुआ। इसी तरह, 152 प्रधानाध्यापकों और शिक्षा अधिकारियों के तीन बैचों को अत्याधुनिक शैक्षणिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आईआईएम अहमदाबाद भेजा गया, उन्होंने कहा कि इसका मकसद छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा सुनिश्चित करना है।
मान ने दावा किया कि सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में 10 साल से अधिक समय से कार्यरत 12,316 कर्मचारियों को नियमित किया है। इसी तरह, उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 से 10,361 शिक्षकों की भर्ती की गई है। स्कूलों में सुरक्षा और सफाई के लिए करीब 82 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में हाई-स्पीड फाइबर इंटरनेट कनेक्शन के लिए 29.3 करोड़ रुपये के बजट के साथ 118 सरकारी स्कूलों को अत्याधुनिक स्कूलों में बदला जा रहा है।