चंडीगढ़, 22 अक्टूबर
पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने पंजाब के किसानों, मजदूरों और आढ़तियों के साथ विश्वासघात के लिए भाजपा सरकार की कड़ी निंदा की। उन्होंने केंद्र सरकार की राजनीतिक रणनीति पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि आज उन मेहनती पंजाबियों को निशाना बनाया जा रहा है जिन्होंने बहादुरी पूर्वक तीन विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध किया था।
संधवां ने कहा कि इन कानूनों का उद्देश्य कृषि पर कॉर्पोरेट नियंत्रण की अनुमति देना है, जो किसानों की आजीविका को गंभीर रूप से प्रभावित करेगा। व्यापक विरोध प्रदर्शन के जवाब में केंद्र सरकार को कानूनों को रद्द करना पड़ा, लेकिन अब भाजपा उन लोगों से बदला लेने के लिए साजिश का सहारा ले रही है जो इन अन्यायपूर्ण कानूनों के खिलाफ खड़े थे।
संधवां ने कहा कि भाजपा की गंदी राजनीति यहां सफल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर भंडारण की जगह की कमी का दावा करते हुए किसानों को अपनी फसलें बाजारों में उतारने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने याद दिलाया कि यह कोई नई रणनीति नहीं है, केंद्र सरकार द्वारा पहले भी इसी तरह की कार्रवाई की गई है।
संधवां ने जनता को आश्वस्त किया कि पंजाब सरकार किसानों, मजदूरों, आढ़तियों और ट्रांसपोर्टरों के साथ मजबूती से खड़ी है। हम उनका समर्थन करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हमारे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी पंजाब के किसानों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए हमारे साथ काम करने के लिए समर्पित हैं।
उन्होंने सभी पंजाबियों से भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ एकजुट रहने का आह्वान किया और कृषक समुदाय के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए आप की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।