चंडीगढ़, 11 अप्रैल
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने शुक्रवार को यहां बताया कि पंजाब पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने चल रहे नशा विरोधी अभियान 'युद्ध नशियां विरुद्ध' के बीच सीमा पार से होने वाली नशीली दवाओं की तस्करी पर बड़ा प्रहार करते हुए एक प्रमुख नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है और उसके कब्जे से 18.2 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है।
गिरफ्तार किए गए तस्कर की पहचान अमृतसर जिले के खैरा गांव निवासी हीरा सिंह उर्फ हीरा के रूप में हुई है।
डीजीपी यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी हीरा सिंह और अमृतसर के दौके गांव निवासी उसका साथी कुलविंदर सिंह उर्फ किंदा पाकिस्तान स्थित नशा तस्कर बिल्ला के संपर्क में थे।
उन्होंने बताया कि बिल्ला पिछले एक साल से सीमा पार से हेरोइन की बड़ी खेप गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा था।
डीजीपी ने बताया कि आरोपी कुलविंदर सिंह को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे और पीछे के संबंधों को स्थापित करने के लिए आगे की जांच चल रही है।
एएनटीएफ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) नीलाभ किशोर ने कहा कि एएनटीएफ बॉर्डर रेंज अमृतसर की पुलिस टीमों को एक विश्वसनीय इनपुट मिला था कि आरोपी हीरा सिंह और कुलविंदर सिंह कुख्यात ड्रग तस्कर हैं और पिछले एक साल से पाकिस्तान स्थित ड्रग तस्करों से ड्रोन के जरिए हेरोइन की खेप प्राप्त कर रहे थे।
पुलिस अधीक्षक (अमृतसर) गुप्रीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए एक अभियान चलाया और आरोपी हीरा सिंह को उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह हेरोइन की खेप पहुंचाने के लिए मोटरसाइकिल पर अपने घर से निकल रहा था।
उन्होंने कहा कि पुलिस टीमों ने उसके कब्जे से हेरोइन के 12 पैकेट (प्रत्येक 1.5 किलोग्राम) बरामद किए हैं, जिनका कुल वजन 18 किलो 227 ग्राम है।
एडीजीपी ने कहा कि हेरोइन आपूर्ति की चेन को तोड़ने के लिए एक आरोपी से पूछताछ की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इसके बाद तथ्यों के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।