12,Feb
कहते हैं, "हौसले बुलंद हों तो मंज़िल खुद सलाम करती है।" यही जज़्बा दिखा रहे हैं कौशांबी जिले के महेश कुमार गौतम, जिनका चयन 23वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हुआ है। यह प्रतियोगिता 17-21 फरवरी 2025 के बीच चेन्नई के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित होगी, जिसमें देशभर के दिग्गज पैरा एथलीट्स हिस्सा लेंगे।
महेश का अब तक का सफर
नगर पंचायत अझुआ, मौलाना आज़ाद नगर के रहने वाले महेश कुमार गौतम ने हाल ही में 1-2 फरवरी 2025 को बरेली में आयोजित राज्यस्तरीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंबी कूद में तीसरा स्थान हासिल कर अपनी प्रतिभा साबित की थी। उनकी इस सफलता ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर जगह दिलाई, जहां अब वे पूरे दमखम के साथ प्रदर्शन करेंगे।
असीमित संघर्ष, अनगिनत उपलब्धियां
महेश सिर्फ लंबी कूद तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने संसाधनों की कमी के बावजूद विदांत दिल्ली हाफ मैराथन (21 किमी) पूरी कर जिले का नाम रोशन किया। उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है, लेकिन एक दिव्यांग खिलाड़ी के रूप में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
> "एक धावक के लिए अच्छे जूते, भोजन और अभ्यास स्थल अनमोल होते हैं, लेकिन महेश के लिए यह सब जुटा पाना किसी चुनौती से कम नहीं।"
ओलंपिक का सपना और माँ की दुआ
महेश के स्वर्गीय पिता का आशीर्वाद और बूढ़ी माँ की नम आँखें, उनके संघर्ष और सफलता की गवाह हैं। तिरंगे को सीने में बसाए, वे ओलंपिक में देश का नाम रोशन करने का सपना देख रहे हैं। अगर किस्मत और सहयोग साथ रहा, तो एक दिन ओलंपिक में उनका डंका बजना तय है।
➡ क्या महेश को समाज और सरकार से वह सहयोग मिल पाएगा, जिसकी उन्हें ज़रूरत है?
➡ क्या संसाधनों की कमी उनके हौसले को रोक पाएगी?
महेश की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो हालातों से हार मानने की सोचते हैं। अब पूरा कौशांबी उनके राष्ट्रीय चैंपियनशिप में बेहतरीन प्रदर्शन की दुआ कर रहा है।