चंडीगढ़, 17 अप्रैल
पंजाब पुलिस ने गुरुवार को बताया कि पिछले महीने जालंधर के एक यूट्यूबर के घर पर ग्रेनेड हमले के मुख्य आरोपी को सोशल मीडिया पर कथित तौर पर प्रशिक्षण देने के आरोप में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तैनात एक सैनिक को गिरफ्तार किया गया है।
पंजाब के मुक्तसर निवासी 30 वर्षीय आरोपी सिपाही सुखचरण सिंह 2015 में सेना में भर्ती हुआ था और राजौरी में 163 इन्फैंट्री ब्रिगेड में तैनात था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जालंधर-ग्रामीण, हरविंदर सिंह विर्क ने कहा कि यूट्यूबर रोजर संधू के घर पर ग्रेनेड फेंकने वाले मुख्य आरोपी हार्दिक कंबोज से पूछताछ के दौरान सुखचरण सिंह का नाम सामने आया।
हालांकि, ग्रेनेड के फटने से कोई घायल नहीं हुआ।
इस घटना में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
विर्क ने जालंधर में मीडिया को बताया कि सुखचरण सिंह भी इस मामले में शामिल पाया गया है और अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी और सिपाही सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। उन्होंने कहा कि सिपाही ने वीडियो कॉल के जरिए ग्रेनेड पिन हटाने की ट्रेनिंग दी थी।
जांच के अनुसार, वे इंस्टाग्राम पर दोस्त बने। उस पर आरोप है कि उसने डमी ग्रेनेड के साथ ऑनलाइन ट्रेनिंग दी और फिर दिखाया कि असली ग्रेनेड का इस्तेमाल कैसे किया जाता है। 16 मार्च को जालंधर के मकसूदन में संधू के घर पर ग्रेनेड जैसी दिखने वाली कोई वस्तु फेंकी गई थी, लेकिन सौभाग्य से इससे कोई नुकसान नहीं हुआ।
एक पाकिस्तानी गैंगस्टर ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
हमले की घटना के तुरंत बाद, सोशल मीडिया पर दो वीडियो सामने आए, जिनमें से एक पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी का था, जिसमें उसने दावा किया कि उसने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए यूट्यूबर पर हमले का आदेश दिया था।
मुख्य आरोपी 18 वर्षीय कंबोज को हरियाणा के यमुनानगर जिले से गिरफ्तार किया गया। अपराध के बाद, पुलिस उप महानिरीक्षक नवीन सिंगला ने कहा कि संधू के घर पर फेंकी गई धातु जैसी वस्तु एक आर्गेस-प्रकार का ग्रेनेड था, जो एक पारंपरिक हथगोला है। कंबोज ने पहले ही संधू के घर पर ग्रेनेड फेंकने और भट्टी के संपर्क में होने की बात कबूल कर ली है। पुलिस ने बताया कि ग्रेनेड फेंकने के लिए उसे 25,000 रुपए दिए गए थे।