आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और सांसद मलविंदर सिंह कंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मेघालय के मुख्यमंत्री के. संगमा को पत्र लिखकर शिलांग के गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार को तोड़ने से रोकने का आग्रह किया है।
मेघालय सरकार ने शिलांग के बड़ा बाजार में पंजाबी कॉलोनी में स्थित 200 साल पुराने गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार (1874 में स्थापित) और क्षेत्र के अन्य धार्मिक स्थलों को ध्वस्त करने की सिफारिश की है। इस सिफ़ारिश से शिलांग और उसके बाहर रहने वाले सिख समुदाय में व्यापक आक्रोश और पीड़ा पैदा हुई है।
पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में कंग ने कहा कि गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार न केवल एक पूजा स्थल है, बल्कि सिख समुदाय द्वारा पीढ़ियों से इस क्षेत्र के साथ साझा किए गए गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक भी है। इसके विध्वंस से सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी और हमारी साझा राष्ट्रीय विरासत का एक हिस्सा नष्ट हो जाएगा। सिख समुदाय ने शिलांग के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसलिए उनके धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल सुरक्षा और संरक्षण के पात्र हैं। कंग ने प्रधानमंत्री से इस ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब के विध्वंस को रोकने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और कहा कि सभी समुदायों की धार्मिक भावनाओं को बनाए रखना सरकार का कर्तव्य है।