चंडीगढ़, 28 नवंबर
भारतीय जनता पार्टी का पंजाब में सदस्यता अभियान फेल होने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि पंजाब के लोगों ने भाजपा की नफरत और समाज को बांटने वाली राजनीति को खारिज कर दिया है।
नील गर्ग ने कहा कि भाजपा का लक्ष्य 30 लाख सदस्य बनाने का था लेकिन उसका 10 प्रतिशत भी पूरा नहीं हो पाया। इसका सबसे बड़ा कारण है कि पंजाब के लोग भाजपा के असली चरित्र को समझ चुके हैं। लोगों का अब भाजपा पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं रहा। खुद भाजपा के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ पार्टी के क्रियाकलापों से नाराज़ हैं, इसलिए भाजपा पंजाब में नेतृत्व विहिन हो गई है।
गर्ग ने कहा कि भाजपा सिर्फ पंजाब के किसानों को ही परेशान नहीं कर रही है। अब वह यहां व्यापारिक समुदाय के लोगों को भी परेशान करने लगी है। इस बार धान की खरीद के समय पंजाब के आढ़तियों और राइस शेलर मालिकों को जानबूझकर परेशान किया गया।
इसलिए शहरी क्षेत्रों में भी उसका वोट बहुत कम हो गया है।
उन्होंने कहा कि शहरी वोटर जो कभी भाजपा के मजबूत समर्थक माने जाते थे, अब उससे छिटक गए हैं। हाल के उपचुनावों में भाजपा को शहरी इलाका गिद्दड़बाहा में सिर्फ 5 प्रतिशत और डेरा बाबा नानक में मात्र 4 प्रतिशत वोट मिले। बरनाला में उसके उम्मीदवार की अपनी छवि के कारण कुछ वोट पड़ गए। लेकिन उपचुनाव में यह स्पष्ट हो गया कि अब पंजाब में भाजपा का कोई जनाधार नहीं बचा है।
उन्होंने कहा कि आगामी नगर निकाय चुनावों में भी भाजपा का बहुत बुरा हाल होने वाला है। केन्द्र की भाजपा सरकार पंजाब के हजारों करोड़ रुपए फंड रोक रखी है जिसके कारण गांवों और शहरों में विकास के काम बाधित है। लोग परेशान हो रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार सुन नहीं रही है। इसलिए उसका सदस्यता अभियान फेल होना ही था। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
नील गर्ग ने कहा कि भाजपा को अपने पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ की बातों पर गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए और पंजाब के प्रति अपना नजरिया तुरंत बदलना चाहिए। अगर यही नजरिया रहा तो पंजाब में भाजपा का हाल और बुरा होगा।